Monday, March 19, 2012

पानी ही जीवन है ( विश्व पानी दिवस के लिए समर्पित )


खाना हो या उपवास ,प्यासों की प्यास
इसी में है,
जीवन का उल्हास |
पानी शक्ति है
वह बहता है, बहाता है,
नहलाता भी है |   
पानी जीवन देता है ,जीवन लेता है
पानी सबकी चाहत है ,राहत है,
क़यामत भी है |
पानी अमृत है अच्छाई का
जहर है बुराई का ,
यह दवा है, दुवा  भी है|
पानी में विश्व है , विश्व में पानी है
सारे जहाँ में बस, पानी ही पानी है |
पानी हमारा आज है ,हमारा कल भी है,
मंजिल हमारी जो भी है  
पानी हमारा हमसफर भी है |
सुबह का पानी, श्याम का पानी
रात हो या उजाला,
प्रकृति की गोद में समाया है पानी |
देवी हो या देविका
प्रेमी हो या प्रेमिका
सबके दिलों पर राज है पानी का |
जीने के लिए पानी ,मरने के लिए पानी
इसका न् कोई सानी , ईश्वर की वाणी
मरणोपरांत भी पिलाया जाता है पानी | 
इसीलिए कहता हूँ,
पानी में जीवन है,
जीवन ही पानी है |